महाराणा प्रताप महान वीरता का प्रतीक

धन्य हुआ रे राजस्थान,जो जन्म लिया यहां प्रताप ने।
धन्य हुआ रे सारा मेवाड़, जहां कदम रखे थे प्रताप ने॥

करता हुं नमन मै प्रताप को,जो वीरता का प्रतीक है।
तु लोह-पुरुष तु मातॄ-भक्त,तु अखण्डता का प्रतीक है॥

महाराणा को मात्र क्षत्रियों का नेता मानना उनका अपमान है, वो विदेशी आक्रमणकारियों के विरुद्ध लड़े और भारत माँ के सच्चे सपूत थे हर जाति धर्म को साथ लेकर महाराणा प्रताप लड़ा करते थे  |महाराणा प्रताप महान थे और रहेंगे उनकी महानता को किसी प्रमाण की आवयश्कता नही है |इस प्रकार के सवाल मीडिया के द्वारा पूंछना बहुत ही ज्यादा ग़लत  है और जवाब देना भी ग़लत है |

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